एक दुविधा
एक को बोला उसके बाबा ने
जब देखो जानवर ऐसा
रंग सफ़ेद हो उसका सारा
और पूरे देह पर काली धारी
महा शुभ संयोग वो मानो
कुछ होगा मंगलकारी।
दूसरे को भी उसके बाबा ने
पशु ज्ञान एक बाँचा
पूरा देह काला हो जिसका
और उस पर सफ़ेद हो धारी
बड़ा मनहूस ज्यों देखे उसको
कुछ होगा हानिकारी।
ज़ेब्रा देखा एक दिन जंगल में,
और दोनो हड़बड़ भागे।
एक घबरा कर, रात भर जागै
और एक ख़ुशी से नाचै।
और वहाँ था एक कोई तीजा
नहीं मिला जिसे पशु-ज्ञान
ज़ेब्रा देखा तो ज़ेब्रा देखा
किया न लाभ हानि का मान।
पहले दूजे से भरी ये दुनिया
जो रहते निपट अनजान।
तीसरे होते इक्का दुक्का
उनको मर्म का ज्ञान।
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